Monday, March 23, 2009

यह क्या हो रहा हैं????

मैं सच में हेरान और परेसान हो रहा हूँ...

मैं यहाँ USA में तक़रीबन ६ साल के आस पास रह चुका हूँ, और अभी मुझे लग रहा हैं यह क्या हो रहा हैं... यह सोच मुझे तब आय्ही जब में अपना पिछला ब्लॉग हिन्दी में लिखने की कोशिश कर रहा था... मेरा दिमाग भी हिन्दी में सोचता नही हैं... वह अभी अंग्रेजी में ज्यादा सोचने लगा हैं...

उसी बात पैर अगर ज्यादा गौर करता हूँ तो मुझे समझ में यह आता हैं की हिन्दी में तो मैं कभी सोचता ही नही था... या तो वह गुजराती में होता था (तक़रीबन मेरे जीवन के २१ साल)... फिर इन्फोस्य्स में आने के बाद वह अंग्रेजी में सोचने लगा... फिर भी मुझे गुजराती में लिखने का इतना मन नही करता जितना की हिन्दी में... और एक बात अभी भी मैं जब भी कुछ गणित करता हूँ जैसे की भागकर, गुनाकर, जोडो वगेरा वगेरा तोह मेरा दिमाग उसे सिर्फ़ गुजराती में ही करता हैं पता नही क्यों... अगर में वह अंग्रेजी में करना चाहता हूँ तो बहुत देर लगती हैं...

तो मेरे दिमाग का जो cpu हैं वह हर बार आंकडो को फेले गुजराती में परिवर्तित करता हैं और उसेक बाद वह जो भी गणित करना होता हैं वह करता हैं और फिर वह जवाब को फिर से अंग्रेजी में परिवर्तित करता हैं.... कितने अचम्भे की बात हैं की मेरा दिमाग क्या क्या नही करता हैं सिर्फ़ एक 1 + 1 करने के लिए...

चलो अभी फिर से अलविदा... लगता हैं आज कुछ जायदा ही वेल्ला बैठा हूँ॥ :-)....

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